- वे अरबी, अंग्रेजी, उर्दू, हिंदी, फारसी और बंगाली के प्रसिद्ध विद्वान थे ।
- उन्होंने धर्म और जीवन के बारे में संकीर्ण दृष्टिकोण से अपनी मानसिक मुक्ति के निशान के तौर पर उपनाम ‘आज़ाद’ अपनाया ।
- उन्होने मुसलमानों में क्रांतिकारी रंगरूटों को बढ़ाने के लिए एक साप्ताहिक पत्रिका अल हिलाल का प्रारम्भ किया।
- मौलाना अबुल कलाम आज़ाद को 1992 में मरणोपरांत भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान, भारत रत्न से सम्मानित किया गया।
- उन्हें 1923 में कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में चुना गया था, जिससे वे यह पद संभालने वाले सबसे युवा व्यक्ति बने । 1940 में उन्हें फिर से अध्यक्ष चुना गया ।
- वे स्वतंत्र भारत के पहले शिक्षा मंत्री बने।
- मौलाना अबुल कलाम आज़ाद का जन्म 11 नवंबर, 1888 को मक्का में हुआ था ।
- मौलाना आजाद बंगाल के दो प्रमुख क्रांतिकारी अरबिंदो घोष और श्री श्याम शुंदर चक्रवर्ती से मिलने के उपरांत ब्रिटिश शासन के खिलाफ क्रांतिकारी आंदोलन में शामिल हुए ।
- उन्होंने पूरे उत्तर भारत और बम्बई में गुप्त क्रांतिकारी केंद्रों की स्थापना में मदद की।
- वे 1931 के धरसाना सत्याग्रह के मुख्य आयोजकों में से एक थे, जो धरसाना साल्ट वर्क्स पर एक अहिंसक छापा था ।
- वे 1920 में संघटित जामिया मिल्लिया इस्लामिया की फाउंडेशन कमेटी के सदस्य थे ।
- उन्होने इंडिया विंस फ्रीडम नामक लिखी थी ।
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